टीम इंडिया ने लंबे समय से कोई अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं खेला है, लेकिन अब टीम इंडिया फिर से तैयार है अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी के लिए। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली सीरीज के लिए टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया पहुंच चुकी है। टीम में शामिल खिलाड़ी इंडियन टी20 लीग के बाद सीधे ऑस्ट्रेलिया पहुंचे हैं।
काफी लंबे समय से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से दूर खिलाड़ियों के सामने फिटनेस की समस्या आ सकती है और इंडियन टी20 लीग में हमने देखा कि कुछ दिग्गज खिलाड़ी चोट के चलते टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे। रोहित शर्मा को भी टीम में नहीं चुना गया था लेकिन अब उनकी टेस्ट टीम में वापसी हो चुकी है। इंडियन टी20 लीग में शानदार प्रदर्शन करने वाले वरूण चक्रवर्ती को भी ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम में जगह दी गई थी लेकिन वे भी चोट के चलते पहले ही बाहर हो गए। ऐसे में टीम इंडिया के चयनकर्ता खिलाड़ियों के चोटिल होने की संभावना के चलते इन युवा खिलाड़ियों को टीम में जगह दे सकते हैं-
ईशान किशन
भारत के पूर्व अंडर-19 कप्तान ने इंडियन टी20 लीग-2020 में अपने शानदार प्रदर्शन से सभी को बेहद प्रभावित किया है। वह इस सीजन में मुंबई की ओर से सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। हालांकि शुरूआत में वे भी कंधे की हल्की चोट से जूझ रहे थे लेकिन धमाकेदार वापसी करते हुए उन्होंने मुंबई के लिए कई मैच जिताऊ पारियां खेली और पांचवीं बार मुंबई को चैंपियन बनाने में प्रमुख योगदान दिया। वे विकेट कीपर के तौर पर भी टीम में शामिल किए जा सकते हैं, सीमित ओवरों में हालांकि टीम के पास केएल राहुल हैं, लेकिन टेस्ट में ऋद्धिमान साहा फिलहाल चोट से जूझ रहे हैं उनके बाद ऋषभ पंत भी टीम का हिस्सा हैं, लेकिन ईशान किशन के इंडियन टी20 लीग में जबरदस्त प्रदर्शन के बाद चयनकर्ता उन पर जरूर ध्यान देंगे।
सूर्यकुमार यादव
मुंबई के ही एक ओर बेहतरीन खिलाड़ी, जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी से मुंबई को चैंपियन बनाने में अहम योगदान दिया। यादव पिछले कई वर्षों से घरेलू सर्किट और इंडियन टी20 लीग में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि, चयनकर्ताओं ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को साबित करने का एक भी मौका नहीं दिया है। कई प्रशंसकों का मानना है कि यादव सीमित ओवरों की टीम में जगह पाने के हकदार हैं। अगर कोई शीर्ष क्रम का बल्लेबाज चोटिल हो जाता है तो इस स्टार खिलाड़ी की ओर चयनकर्ता जरूर ध्यान देना चाहेंगे।
कार्तिक त्यागी
कार्तिक त्यागी ने इंडियन टी20 लीग में इस साल राजस्थान की तरफ से अपना डेब्यू किया। इस युवा खिलाड़ी का पहला ही सीजन काफी प्रभावशाली रहा और उन्होंने अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाते हुए साबित किया कि उनके पास बड़ा खिलाड़ी बनने की क्षमता है। त्यागी ने इस साल की शुरूआत में हुए अंडर-19 विश्व कप में भी शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में शानदार गेंदबाजी की थी, ऑस्ट्रेलिया की पिचों पर तेज गेंदबाज अच्छी गेंदबाजी कर सकते हैं जो उनके लिए एक सकारात्मक पहलू है। हालांकि वे नेट बाॅलर के रूप में टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया जाएंगे, उन्हें किसी गेंदबाज की चोट के चलते टीम में शामिल किया जा सकता है। जिस तरह नटराजन को टीम में शामिल किया गया है उसी प्रकार किसी गेंदबाज की जगह त्यागी को भी टीम में शामिल किया जा सकता है।
शिवम दुबे
चूंकि विजय शंकर चोटिल हैं, इसलिए चयनकर्ताओं के पास ऑल-राउंडर्स सेक्शन में कई विकल्प उपलब्ध नहीं होते हैं। रविंद्र जडेजा और हार्दिक पांड्या टीम में शीर्ष दो ऑलराउंडर हैं। हालांकि जडेजा पूरी तरह फिट हैं, लेकिन हार्दिक पांड्या की पीठ में परेशानी है और उन्होंने इंडियन टी20 लीग के इस सीजन में मुंबई की ओर से एक भी गेंद नहीं फेंकी। यानि पांड्या बतौर बल्लेबाज टीम में शामिल होंगे ऐसे में चयनकर्ताओं के पास शिवम दुबे के रूप में अच्छा विकल्प है। हालांकि ये इंडियन टी20 लीग सीजन उनके लिए कुछ खास नहीं रहा लेकिन उनके पास बड़े हिट लगाने की क्षमता है और वे दाएं हाथ से मध्यम गति की गेंदबाजी भी कर सकते हैं।
केएस भरत
ऊपर बताए गए सभी खिलाड़ी इंडियन टी20 लीग में अपना खेल दिखा चुके हैं। लेकिन केएस भरत ने भारत के घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है, हाल ही में वे हैदराबाद टी20 लीग में खेल रहे थे जहां उन्होंने काफी रन बनाए। वे एक विकेटकीपर-बल्लेबाज हैं, चूंकि रिद्धिमान साहा की फिटनेस पर सवालिया निशान है, इसलिए भरत को बैक-अप कीपर के रूप में टेस्ट टीम में शामिल किया जा सकता है। भरत बड़ी पारी खेलने में सक्षम हैं और वह रणजी ट्राॅफी में तिहरा शतक लगाने वाले पहले विकेट कीपर बल्लेबाज हैं। चयनकर्ताओं ने उन्हें कुछ अंतरराष्ट्रीय श्रृंखलाओं के लिए टीम में नामित किया था, लेकिन अभी तक उनका डेब्यू नहीं हो पाया है।
विराट कोहली की अनुपस्थिति में, भारतीय टीम को मध्यक्रम के एक विश्वसनीय बल्लेबाज की आवश्यकता होगी। इस प्रकार भरत भारतीय टीम के लिए दो समस्याओं को हल कर सकते थे। साहा के ठीक नहीं होने पर उन्हें टेस्ट टीम में जगह मिलने की संभावना है।