इंडियन टी-20 लीग का 13वां सीजन अब बस कुछ ही हफ्तों बाद शुरू होने जा रहा है और इस बार ये सीजन खेला जाएगा यूएई के मैदानों पर। इस वर्ष पूरी दुनिया को कोरोनावायरस ने प्रभावित किया है, सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में भारत भी है और इसी वजह से ये निर्णय लिया गया कि इस वर्ष इस प्रतिष्ठित लीग को भारत में ना आयोजित करवाकर यूएई में आयोजित करवाया जाएगा।
इंडियन टी-20 लीग का हर सीजन खास होता है क्योंकि इस लीग में हर वर्ष कोई न कोई रिकाॅर्ड टूटता और बनता है, आठ टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलती है और अंत में वही टीम जीतती है जो सबसे बढ़िया खेलती है। किसी भी टीम को जीत दिलाने में उसके कप्तान का बहुत बड़ा योगदान होता है, इंडियन टी-20 लीग में भी ऐसे कप्तान है जिन्होंने बेहतरीन कप्तानी कर टूर्नामेंट के इतिहास में कई रिकाॅर्ड दर्ज किए हैं और अपनी टीम को बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा दी है। आइए जानते हैं कौन हैं इंडियन टी-20 लीग इतिहास के चार सबसे बेहतरीन कप्तान-
4. शेन वार्न
ऑस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर और दुनिया के महान क्रिकेटर्स में शुमार, शेन वार्न इंडियन टी-20 लीग में एक महान कप्तान भी साबित हुए। हांलाकि उन्होंने अपनी राष्ट्रीय टीम ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी कभी नहीं की। यह वार्न की बेहतरीन कप्तानी ही थी कि राजस्थान ने वर्ष 2008 में अपना पहला और एकमात्र खिताब जीता था। 2008 में लीग के पहले सीजन में राजस्थान को सबसे कमजोर टीम माना जा रहा था, क्योंकि शेन वार्न के अलावा टीम में कोई भी बड़ा और अनुभवी खिलाड़ी नहीं था और दर्शकों को टीम से ज्यादा उम्मीदें नहीं थी। लेकिन ये शेन वार्न की बेहतरीन लीडरशीप का ही कमाल था कि उन्होंने शानदार रणनीति तैयार की और युसुफ पठान, रविंद्र जडेजा और सोहेल तनवीर जैसे युवा एवं प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का भरपूर इस्तेमाल किया और सभी को चौंकाते हुए राजस्थान को पहला चैंपियन बना दिया। वार्न ने 2011 में इंडियन टी-20 लीग से रिटायरमेंट की घोषणा कर दी थी।
कुल मैच- 55
जीते -30
हारे- 24
टाई – 1
जीत प्रतिशत – 54.54%
3. गौतम गंभीर
इंडियन टी-20 लीग के सबसे आक्रामक कप्तानों में से एक और भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर को साल 2011 में कोलकाता की कप्तानी सौंपी गई और तब से उनकी टीम ने नई बुलंदियों को छुआ। कप्तान के रूप में उन्होंने वर्ष 2012 में कोलकाता को इंडियन टी-20 लीग का पहला खिताब जिताया। उन्होंने अपने युवा खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ाया गंभीर खुद एक सलामी बल्लेबाज थे इसलिए वे क्रीज पर रहकर दूसरे खिलाड़ियों का भी मार्गदर्शन करते थे। 2012 के बाद दो साल बाद यानि 2014 में एक बार फिर गंभीर ने अपनी नेतृत्व क्षमता साबित की और कोलकाता को दूसरी बार चैंपियन बना दिया। दो ट्राॅफी जीतने वाले गंभीर इंडियन टी-20 लीग के सफल कप्तानों में से एक हैं।
कुल मैच- 129
जीते -71
हारे- 57
टाई – 1
जीत प्रतिशत – 55.03%
2. रोहित शर्मा
वर्ष 2009 में रोहित शर्मा 2009 की चैंपियन टीम हैदराबाद का हिस्सा थे। इसके बाद वो मुंबई टीम में आ गए, उनके आने से पहले तक मुंबई ने अपने 3 सीजन में कभी भी लीग के प्लेऑफ में क्वालीफाई नहीं किया था। उन्होंने तीन सीजन सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में खेले और इसके बाद साल 2013 में मुंबई की कप्तानी रोहित को सौंपी गई, और अपनी कप्तानी के पहले ही वर्ष यानि 2013 में रोहित की टीम ने फाइनल में चेन्नई को मात देकर पहली बार चैंपियन बन गई । उनकी शानदार बल्लेबाजी और कप्तानी के कारण मुंबई टीम सबसे बड़ी चैंपियन बन कर उभरी। इसके बाद उनकी दमदार नेतृत्व क्षमता के बल पर मुंबई ने 2015, 2017 और 2019 के खिताब भी अपने नाम किए और चार इंडियन टी-20 लीग खिताब जीतने वाली पहली टीम बन गई।
कुल मैच- 104
जीते -60
हारे- 42
टाई – 2
जीत प्रतिशत – 58.65%
1. महेंद्र सिंह धोनी
इस नाम को नंबर एक पर देखकर किसी को भी आश्चर्य नहीं हुआ होगा। क्योंकि दुनिया के महानतम कप्तानों में शुमार और कप्तानी के पर्याय धोनी इंडियन टी-20 लीग में भी सबसे महान कप्तान साबित हुए। धोनी को 2008 में इंडियन टी-20 लीग में चेन्नई टीम में शामिल किया गया था और कप्तानी सौंपी गई थी, उसके बाद से हर सीजन में चेन्नई के कप्तान धोनी है। अपनी असाधारण नेतृत्व क्षमता के चलते उनकी टीम हर बार प्लेऑफ में पहुंची है और आठ बार इंडियन टी-20 लीग का फाइनल खेलने वाली इकलौती टीम है। इतना ही नहीं 2016 और 2017 में जब चेन्नई को प्रतिबंधित कर दिया गया था तो धोनी पुणे टीम के कप्तान थे और पुणे टीम को भी 2017 में फाइनल तक ले गए थे। वे लीग में 100 से अधिक मैच जीतने वाले एकमात्र कप्तान हैं। उनकी कप्तानी में चेन्नई 2010,2011 और 2018 में चैंपियन बनी है।
कुल मैच- 174
जीते -104
हारे- 69
टाई – 0
जीत प्रतिशत – 60.11%