सभी जानते हैं कि भारत में क्रिकेट सिर्फ एक खेल ही नहीं है, यहां इस खेल को धर्म का दर्जा प्राप्त है। जब बात क्रिकेट की हो तो सभी लोग धर्म और जात के बंधनों को भूलकर एकता के सूत्र में बंधे नजर आते हैं। बड़े टूर्नामेंटों में भारतीय टीम की जीत के लिए मंदिरों में प्रार्थना की जाती है तो वहीं मस्जिदों में कलमें पढ़े जाते हैं। इसलिए भारत में समय-समय पर इस खेल पर आधारित फिल्में भी बनती रहती हैं, भारतीय फिल्म उद्योग और क्रिकेट के बीच भी गहरा रिश्ता है। फिल्म निर्देशक कभी खिलाड़ियों के जीवन पर तो कभी इस खेल के जुनून को दिखाने के लिए फिल्में बनाते रहे हैं आइए जानते हैं, ऐसी की कुछ भारतीय फिल्मों के बारे में-
8. लव मैरिज(1959)
नाम से भले ही ये कोई रोमांटिक फिल्म लगे लेकिन फिल्म की शुरूआत क्रिकेट से होती है। शायद ये भारत में बनी पहली फिल्म है जिसमें नायक को क्रिकेटर की भूमिका में दिखाया गया है। इसमें देव आनंद ने एक क्रिकेटर की भूमिका निभाई थी। फिल्म में देव आनंद प्रतिभाशली और हैंडसम क्रिकेटर हैं जिस वजह से माला सिन्हा देव आनंद से प्यार करने लगती हैं। देव आनंद (फिल्म में सुनील कुमार नाम) अपने शहर झांसी में एक स्टार क्रिकेटर होता है। कहानी उसी पर आधारित है।
7. ऑल राउंडर (1984)
इस फिल्म में कुमार गौरव और रति अग्निहोत्री मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म की कहानी एक ऐसे क्रिकेटर की है, जिसे कॉन्ट्रोवर्सी में फंसा दिया जाता है. इससे उसके स्पोर्ट्स करियर को बहुत नुकसान पहुंचता है, लेकिन बाद में वह अपनी छवि को सुधारने की कसम खाता है। इस फिल्म का निर्देशन मोहन कुमार ने किया था।
6. फरारी की सवारी(2012)
भारतीय सिनेमा के प्रभावशाली निर्देशकों में से एक विधु विनोद चोपड़ा ने भी क्रिकेट पर एक फिल्म बनाई, यह कहानी थी एक छोटे बच्चे की जिसका सपना होता है कि वह एक बार लॉर्ड्स के मैदान पर जाये और सचिन तेंदुलकर से मिल कर उनके साथ क्रिकेट खेले। क्योंकि उसके पिता इतना खर्चा नहीं उठा सकते थे, इसलिए वो सचिन की फरारी कार एक दिन के लिए चुरा लेते है। उसके बाद फिल्म में क्या रोमांचक मोड आते हैं उसके लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी। इस फिल्म को काफी सराहा गया था।
5. दिल बोले हड़िप्पा! (2009)
इस फिल्म में एक लड़की के क्रिकेट प्रेम को दिखाया गया है। क्रिकेट के पीछे पागल एक पंजाबी लड़की वीरा (रानी मुखर्जी), क्रिकेट वर्ल्ड कप में खेलने के लिए पुरुष क्रिकेट टीम में शामिल होना चाहती है। उसके गांव में लड़कियां क्रिकेट नहीं खेलतीं, इसलिए वह पगड़ी पहनकर और दाढ़ी लगाकर 'वीरा' से 'वीर' बन जाती है और खुद को एक पुरुष के रूप में दिखाती है, ताकि वह अपने सपने पूरे कर सके।
4. इकबाल(2005)
2005 में आई नागेश कुकनूर की फिल्म ‘इकबाल’ क्रिकेट पर आधारित कुछ शानदार फिल्मों से एक है। फिल्म में श्रेयस तलपड़े ने एक मूक-बधिर लड़के की भूमिका निभाई है। फिल्म में श्वेता प्रसाद और नसीरुद्दीन शाह ने भी कमाल का काम किया है। गांव का एक गूंगा लड़का तेज गेंदबाज बनना चाहता है, और इस बीच वह काफी मुश्किलों का सामना करता है। लेकिन आखिर में उसे विश्वकप विजेता कप्तान कपिल देव खुद टीम में चुनकर ले जाते है।
3. एम. एस. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी (2016)
नीरज पांडेय की इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत ने भारत को विश्व चैंपियन बनाने वाले खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी का रोल किया था। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे छोटे शहर रांची का एक लड़का हिंदुस्तान के लिए क्रिकेट खेलने का सपना देखता है। अपने करियर की शुरुआत में वह अपने पिता को खुश करने के लिए इंडियन रेलवे में नौकरी करता है, लेकिन बाद में नौकरी छोड़कर वह अपना सपना पूरा करता है।
2. सचिन अ बिलियन ड्रीम(2017)
विश्व के सबसे महान क्रिकेटरों में शुमार और भारत रत्न सचिन तेंदुकलर के जीवन पर बनी यह फिल्म हालांकि एक डाॅक्यूमेंट्री फिल्म है। इस फिल्म की सबसे अच्छी बात यह है कि सचिन ने खुद इस फिल्म में एक्टिंग भी की है। मुंबई के एक मध्यम वर्गीय परिवार से आया एक लड़का कैसे मात्र 16 वर्ष की आयु में भारतीय टीम में शामिल होता है और कैसे अपनी प्रतिभा के दम पर क्रिकेट की दुनिया का सरताज बनता है और भारत में उसे नाम दिया जाता है 'गाॅड ऑफ क्रिकेट'। सचिन से जुड़े अनछुए पहलुओं को भी इस फिल्म में दर्शाया गया है।
1. लगान(2001)
भारतीय सिनेमा की महान फिल्मों में शामिल लगान निश्चित रूप से इस खेल पर बनी सबसे बेहतरीन फिल्म है। फिल्म में आजादी से पहले की कहानी दर्शायी गई है, पिछडे़ हुए गांव के लोग अंग्रेजों को हर साल लगान देते हैं। लेकिन गांव का एक युवा लड़का 'भुवन' (आमिर खान), जिसे अंग्रेज यह चुनौती देते हैं कि अगर उसके गांव वाले अंग्रेजों को क्रिकेट मैच में हरा देते हैं तो उनका तीन साल का लगान माफ कर दिया जाएगा। भुवन शर्त स्वीकार कर लेता है, लेकिन उसके गांव वालों को नहीं पता होता कि क्रिकेट खेला कैसे जाता है, लेकिन फिर भी वे इस खेल को सीखते हैं और अंग्रेजों को हराते हैं। फिल्म में क्रिकेट के साथ भारत के पिछड़े गांवों की समस्याओं को भी बखूबी दिखाया गया है। फिल्म आॅस्कर के लिए भी नामांकित हुई थी।
ये थी कुछ प्रमुख फिल्में इनके अलावा, जन्नत, पटियाला हाऊस, हैट्रिक, विक्ट्री, अजहर भी ऐसी फिल्में हैं जो क्रिकेट पर बनीं बेहतरीन फिल्में हैं।