क्रिकेट का कोई भी प्रारूप हो एक चीज है जो किसी भी बल्लेबाज को सबसे ज्यादा खराब लगती है वह है "डक" पर यानि शून्य पर आउट होकर पवैलियन लौटना। चाहे वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच हो या इंडियन टी20 लीग या फिर कोई भी टूर्नामेंट। क्रीज़ पर बैटिंग करने आया खिलाड़ी ज्यादा से ज्यादा रन स्कोर करना चाहता है। लेकिन ऐसे में जब खिलाड़ी को खाता खोले बिना ही पवैलियन लौटना पड़े तो काफी निराशा होती है। इसलिए अपना पहला रन मिलते ही खिलाड़ी राहत की सांस लेते हैं।
इस आर्टिकल में हम उन खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो इंडियन टी20 लीग में सबसे ज्यादा बार डक पर आउट हुए हैं।
संयोग से, चार खिलाड़ी ऐसे हैं जो अपने इंडियन टी20 लीग करियर में 13 डक के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष स्थान पर हैं। इन खिलाड़ियों में हरभजन सिंह, पार्थिव पटेल, अजिंक्य रहाणे और रोहित शर्मा शामिल हैं। इनमें से तीन ने अपने इंडियन टी20 लीग करियर के अधिकांश भाग में अपनी टीम के लिए पारी की शुरुआत की है जो सलामी बल्लेबाजों के पारी में जल्दी आउट होने की घटना को दर्शाता है क्योंकि सलामी बल्लेबाजों को नई गेंद का सामना करना होता है और ऐसे में अधिकतर वे स्विंग होती गेंदो पर अपना विकेट गवां देते हैं। मुंबई की टीम को कई खिताब दिलाने वाले रोहित शर्मा ने 207 मैचों में 31.49 की औसत से 5480 रन बनाए हैं।
इस सूची में है और भी कई बड़े नाम भी-
अजिंक्य रहाणे ने इंडियन टी20 लीग में अब तक 151 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 31.52 की औसत और 121.33 के स्ट्राइक रेट से 3941 रन बनाए हैं। वह लीग में चार टीमों का हिस्सा रह चुके हैं और इससे पहले राजस्थान की कप्तानी भी कर चुके हैं। विकेटकीपर-बल्लेबाज पार्थिव पटेल, जिन्होंने संन्यास ले लिया है, पिछले कुछ वर्षों में बैंगलोर टीम का हिस्सा थे। उन्होंने 22.60 की औसत और 120.78 के स्ट्राइक रेट से 2848 रन बनाए।
इन चार खिलाड़ियों के बाद, अगले सेट में पांच खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टूर्नामेंट में 12 डक हासिल किए हैं। ये क्रिकेटर हैं गौतम गंभीर, पीयूष चावला, मंदीप सिंह, मनीष पांडे और अंबाती रायुडू। इनमें कोलकाता टीम के पूर्व कप्तान गौतम गंभीर इंडियन टी20 लीग 2014 में डक की हैट्रिक भी बना चुके हैं। गंभीर ने इंडियन टी20 लीग में 31 की औसत और 123.88 के स्ट्राइक-रेट से 4217 रन बनाए। हालांकि उनकी कप्तानी में कोलकाता ने 2012 और 2014 सीजन में ट्रॉफी जीती थी।
अंबाती रायुडू का लीग में भी दबदबा रहा है और 2018 में चेन्नई को विजेता बनाने में उनका अहम योगदान रहा था। रायुडू ने लीग में 29.64 की औसत और 127.64 की स्ट्राइक रेट से 3795 रन बनाए हैं। हालांकि वे हाल ही मुंबई के खिलाफ खेले गए मैच में भी शून्य पर रिटायर्ड हर्ट हो गए थे यदि उसे भी जोड़ दिया जाए तो वे कुल 13 बार बिना खाता खोले पवैलियन लौटे हैं। मनदीप सिंह और मनीष पांडे ने भी क्रमशः पंजाब और हैदराबाद टीमों के लिए मध्य क्रम में अपनी क्षमता साबित की है।
सबसे ज्यादा बार डक पर आउट होने वाले खिलाड़ी
खिलाड़ी |
पारियां |
डक |
हरभजन सिंह |
90 | 13 |
पार्थिव पटेल |
137 | 13 |
अजिंक्य रहाणे |
141 | 13 |
रोहित शर्मा |
202 | 13 |
गौतम गंभीर |
152 | 12 |
पीयूष चावला |
81 | 12 |
मनदीप सिंह |
91 | 12 |
मनीष पांडे |
140 | 12 |
अंबाती रायुडू |
156 | 13 |