इंडियन टी-20 लीग को दुनिया के सबसे बड़े और आलीशान क्रिकेटिंग इवेंट के रूप में मान्यता प्राप्त है। देश और दुनिया के करोड़ों दर्शक अपने टीवी सेट्स से चिपककर इसे देखते हैं, और इससे जुड़ी पल-पल की जानकारी समाचार चैनलों और अखबारों की सुर्खियों में रहती हैं। इस लीग का सबसे महत्वपूर्ण अंग है इसमें होने वाली नीलामी, जिसके माध्यम से विभिन्न टीमें अपने-अपने दल के लिए खिलाड़ियों का चुनाव करती हैं। इस नीलामी के दौरान एक ओर जहाँ बहुत से खिलाड़ी महंगे-महंगे दामों में बिकते हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ खिलाड़ी ऐसे भी होते हैं जिन पर कोई भी टीम दांव नहीं खेलती। फलस्वरूप वे सभी ‘अनसोल्ड’ अर्थात बिना बिके हुए रह जाते हैं। अगले वर्ष यानि की 2020 में होने वाली इस लीग के लिए नीलामी की प्रक्रिया अब से कुछ ही दिनों के बाद प्रारंभ होगी, ऐसे में इस बात की प्रबल संभावनाएं हैं कि कुछ दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भी इस बार बिना बिके रह जाएं वे कौन-कौन से खिलाड़ी हैं, आइए जानते हैं-
1. एंड्रयू टाई– इस ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी शानदार गेंदबाजी से सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। उन्होंने वर्ष 2018 में लीग में सर्वाधिक विकेट चटका कर पर्पल कैप का खिताब भी अपने नाम किया था। परंतु इसके बाद के सीजन में वे अपनी पिछली सफलता को दोहरा पाने में विफल रहे जिसके फलस्वरूप उनको रिलीज कर दिया गया। परंतु हर टीम कुछ ही विदेशी खिलाड़ियों को अपने दल का हिस्सा बना सकती हैं ऐसे में उनका बिक पाना मुश्किल ही प्रतीत होता है।
2. जॉश हेजलवुड– ये खिलाड़ी ऑस्ट्रेलियाई टीम का एक महत्वपूर्ण अंग है, और बीते कुछ वर्षों में इन्होंने अपनी शानदार गेंदबाज़ी से अपनी टीम को ना सिर्फ टेस्ट बल्कि वनडे मैचों में भी जीत दिलवायी है। परंतु चोटग्रस्त होने के फलस्वरूप वे लंबे समय से किसी भी टी-20 मैच में भाग लेने में असमर्थ रहे हैं। इसके अलावा उनकी बेस प्राईस 2 करोड रूपये है, जिसकी वजह से उन्हें शायद ही कोई खरीदार नसीब हो।
3. मिचेल मार्श– ऑस्ट्रेलिया का यह हरफनमौला खिलाड़ी लंबे अरसे से ऑस्ट्रेलियाई टीम से बाहर चल रहा है। यदि इनके हालिया प्रर्दशन पर नज़र दौडाई जाये तो पिछले कुछ समय से इनका फॉर्म भी संतोषजनक नहीं है। वैसे तो ये इंडियन टी-20 लीग के प्रारंभ से ही भिन्न-भिन्न टीमों से जुड़े रहे हैं, परंतु इस वर्ष इनकी बेस प्राईस 2 करोड़ रूपये रखी गयी है, ऐसे में शायद ही कोई टीम उनको इतने महंगे दामों में अपनी टीम का हिस्सा बनाने की सोचेगी।
4. शॉन मार्श– इन्होंने लीग के प्रथम संस्करण में सर्वाधिक रन बनाकर ऑरेंज कैप अपने नाम की की थी और वर्ष 2008 से 2018 तक ये पंजाब की टीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। परंतु इसके पश्चात् उनके प्रदर्शन में निरंतर गिरावट आती चली गयी, जिसके फलस्वरूप टीम ने उन्हें रिलीज़ कर दिया। तब से ही वे नीलामी में बिक पाने में असमर्थ रहे हैं। अब वे 36 वर्ष के हो चुके हैं और उनकी बढ़ती हुई उम्र को देखते हुए शायद ही कोई टीम उन्हें अपने दल में शामिल करे।
5. केन रिचर्डसन– इस युवा गेंदबाज ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी तेज़ी और हुनर के बलबूत पर ऑस्ट्रेलियाई टीम को बहुत से वनडे एवं टी-20 मैचों में जीत दिलाई है। इसके अलावा वे दुनियाभर की टी-20 लीगों में भी अपनी प्रतिभा का जौहर दिखा चुके हैं। परंतु वर्तमान समय इंडियन टी-20 लीग की अधिकांश टीमों में पहले से ही कई तेज़ गेंदबाज मौजूद हैं, ऐसे में शायद ही कोई टीम उन्हें अपने दल का हिस्सा बनाने में दिलचस्पी दिखाए।