साल 2020 ने केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को प्रभावित किया। कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरी दुनिया थम सी गई। पूरे विश्व में सभी क्षेत्र इससे प्रभावित रहे। ऐसे में खेल जगत भी इससे अछूता नहीं रहा। महामारी को देखते हुए खेलों के सबसे बड़े आयोजन ओलंपिक को भी स्थगित कर दिया गया। टी20 विश्वकप भी स्थगित हो गया।
पूरी दुनिया के साथ-साथ भारत भी इससे प्रभावित हुआ। लॉकडाउन के बाद धीरे-धीरे खेलों को फिर से शुरू किया गया। हालांकि, महामारी से प्रभावित रहने के बाद भी भारतीय खेल प्रंशसकों के सामने ऐसे पल आए जिन पलों ने 2020 को यादगार बना दिया। नववर्ष में आगमन से पहले आइए जानते हैं ऐसे ही यादगार पलों के बारे में-
इंडियन टी20 लीग का आयोजनः
इंडियन टी20 लीग का आयोजन 2008 से लगातार हो रहा है, लेकिन इस बार इंडियन टी20 लीग का आयोजन अपने आप में बेहद खास रहा। सौरव गांगुली की अगुवाई में भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने इस बार इस प्रतिष्ठित लीग का आयोजन 19 सितंबर से 10 नवंबर तक यूएई में करवाया। क्योंकि कोरोना वायरस महामारी के चलते इस साल मार्च के बाद से ही सभी खेल टूर्नामेंट्स स्थगित या रद्द किए जा रहे थे। ओलंपिक से लेकर विंबलडन जैसे बड़े इवेंट्स भी कोविड-19 की वजह से स्थगित कर दिए गए थे। ऐसा माना जा रहा था कि इंडियन टी20 लीग भी इस वर्ष आयोजित नहीं हो पाएगा लेकिन सौरव गांगुली ने हार न मानते हुए इसका आयोजन यूएई में सफलतापूर्वक करवाया।
5 खिलाड़ियों को मिला राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्डः
साल 2020 में खेल मंत्रालय की 12 सदस्यीय अवॉर्ड समिति ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए पहली बार पांच खिलाड़ियों को राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड के लिए चुना। इसमें सीमित ओवर क्रिकेट में टीम इंडिया के उपकप्तान रोहित शर्मा, पहलवान विनेश फोगाट, स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा, महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल और पैरा एथलीट मरियप्पन थंगवेलु का नाम शामिल है। इससे पहले 2016 के रियो ओलंपिक के बाद चार खिलाड़ियों रजत पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु, कांस्य विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक, चौथे स्थान पर रही जिम्नास्ट दीपा कर्माकर और निशानेबाज जीतू राय को राजीव गांधी खेल रत्न सम्मान दिया गया था। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार नियमों में खेल रत्न के लिए यह नियम है कि केवल ओलंपिक वर्ष में एक से ज्यादा खिलाड़ियों को खेल रत्न दिया जा सकता है और गैर ओलंपिक साल में एक खिलाड़ी को खेल रत्न दिया जाना चाहिए। लेकिन पिछले कुछ सालों से यह परंपरा चल रही है कि एक से ज्यादा खिलाड़ियों को खेल रत्न दिया जा रहा है।
पहली बार नौ मुक्केबाजों को मिला ओलंपिक का टिकट:
अगले साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक भारतीय मुक्केबाजी जगत के लिए कुछ खास रहने वाले हैं। क्योंकि पहली बार भारत की ओर से 9 भार वर्ग में मुक्केबाजों ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है। जिन खिलाड़ियों ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है, उसमें अमित पंघाल (52), मनीष कौशिक (63), विकास कृष्ण यादव (69), आशीष कुमार (75), सतीश कुमार (91प्लस), मैरीकॉम (51), सिमरन जीत कौर (60), लोवलिना (69), पूजा रानी (75) का नाम शामिल है। इसके अलावा चार अन्य वर्ग में भी भारतीय मुक्केबाजों के पास ओलंपिक का टिकट हासिल करने का मौका है। साथ ही जैसे 2012 में मैरीकॉम को वाइल्ड कार्ड के जरिए एंट्री मिली थी, वैसी ही एक एंट्री फिर से भारत के खाते में आने की संभावना है।
हॉकी लीग के डेब्यू में भारत का नीदरलैंड्स को हराना:
भारतीय हॉकी के लिए इस साल की शुरूआत इससे बेहतर नहीं हो सकती थी। टीम ने इस साल के शुरुआत में हॉकी लीग में शानदार डेब्यू करते हुए भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में अपने से कहीं मजबूत नीदरलैंड्स की टीम को 5-2 के अंतर से हराया था। टीम ने अपना यह प्रदर्शन आगे के मैच में जारी रखा और दूसरे मैच में फिर से नीदरलैंड्स को पटखनी देते हुए 3-1 के अंतर से जीत दर्ज की। भारत को पहले मैच में जीत से तीन प्वॉइंट्स मिले थे जबकि दूसरे मैच से भी तीन प्वॉइंट्स प्राप्त हुए हैं लेकिन चूंकि, निर्धारित समय में यह मैच ड्रॉ रहा था और लीग में किसी भी मैच को ड्रॉ पर समाप्त करने का प्रावधान नहीं था, इसलिए शूटआउट हुआ। भारत शूटआउट में जीता, इसके बदले उसे दो प्वॉइंट्स के अलावा एक बोनस प्वॉइंट भी मिला।
भारत के रोनाल्डो सिंह बने दुनिया के नंबर एक जूनियर साइकिलिस्ट:
भारत के 18 साल के साइकिलिस्ट रोनाल्डो सिंह ने इस साल की शुरुआत में इतिहास रचते हुए खास मुकाम हासिल किया था। उन्होंने यूनियन साइकिलिस्ट इंटरनेशनल द्वारा जारी रैंकिंग में एक नहीं बल्कि चार स्प्रिंट इवेंट में जूनियर लेवल पर दुनिया के नंबर एक साइकिलिस्ट बने थे। यह पहला मौका था जब भारतीय जूनियर साइक्लिंग टीम वर्ल्ड रैंकिंग की चार कैटेगरी में टॉप पर पहुंची थी। लाइतोनजाम रोनाल्डो व्यक्तिगत श्रेणी के स्प्रिंट, केईरिन और टीम ट्रायल में नंबर-1 पर पहुंचे थे। वहीं, रोजित सिंह, केईरिन में दूसरे और स्प्रिंट में तीसरे नंबर पर पहुंचे। जूनियर महिला टीम स्प्रिंट इवेंट में दूसरे नंबर पर आई। इसके अलावा महिला जूनियर कैटेगरी में स्प्रिंटर निशा निकिता और त्रिशा पॉल वर्ल्ड रैंकिंग के टॉप-3 में जगह बनाने में सफल रहीं।