भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए तीन मैचों की सीरीज के दूसरे टी-20 मैच में टीम इंडिया ने कंगारुओं को हरा दिया। जिसके बाद अब भारत ने सीरीज पर कब्ज़ा जमा लिया है। तीसरा मैच अब महज औपचारिकता रह जाएगा, लेकिन इसे भी जीतकर भारत अपनी पिछली सीरीज की हार का बदला लेना चाहेगी। टीम इंडिया की स्ट्रेटेजी इस बार ऑस्ट्रेलिया को सीरीज में क्लीन स्वीप देने पर रहेगी। गौरतलब है कि टी-20 का मैचों को लेकर भारत का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक ख़ास रिकॉर्ड भी रहा है। टीम इंडिया 12 साल से ऑस्ट्रेलिया में द्विपक्षीय टी-20 सीरीज नहीं हारी है। इससे पहले भारतीय टीम को फरवरी 2008 में ऑस्ट्रेलिया के घरेलू मैदान पर टी-20 सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था। शुरुआत में टॉस जीतने के बाद ही विराट ने अपने इरादे बता दिए थे, जब उन्होंने पहले गेंदबाजी को लेकर अपनी राय रखी थी। एक तो पहले मैच में जीत के साथ ही भारत का आत्मविश्वास बेहद चरम पर था। वहीं भारत के कई खिलाड़ी अच्छी फॉर्म में भी हैं।
चलिए एक नजर डालते हैं मैच की रिपोर्ट पर-
जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पहले बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किया तब यह सोचना कठिन था कि ऑस्ट्रेलियाई 194 का स्कोर दे पाएंगे। मैथ्यू वेड ने एकबारगी भारतीय टीम को सकते में डाल दिया था। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 5 विकेट गंवाकर 194 रन बनाए। एरॉन फिंच की गैरमौजूदगी में कप्तानी संभाल रहे मैथ्यू वेड ने पचासा जड़ा। वेड ने 32 बॉल पर 58 और स्मिथ ने 38 बॉल पर 46 रन की पारी खेली। जहां टीम शुरुआत में डगमगाई तो स्मिथ ने एक छोर संभाला और तीसरे विकेट के लिए ग्लेन मैक्सवेल के साथ 45 रन की पार्टनरशिप की। इसके बाद चौथे विकेट के लिए मोइसेस हेनरिक्स के साथ 48 रन की पार्टनरशिप कर पारी को आगे बढ़ाया।
धवन-पंड्या के सर बंधा जीत का सेहरा
इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरे 'मेन इन ब्लूज' ने शुरुआती बल्लेबाजी में ही अपना इरादा जता दिया था। इंडिया टीम के 'गब्बर' शिखर धवन और केएल राहुल ने सलामी बल्लेबाजी करते हुए लगभग 56 रन जोड़े, लेकिन केएल राहुल(30) के विकेट के बाद दूसरे छोर से गब्बर का साथ कप्तान कोहली ने दिया। धवन ने इस मैच में पचासा भी जड़ा, उन्होंने महज 36 गेंदों में 52 रन बनाए। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों में सबसे ज्यादा धुलाई डेनियल सैम्स(41) एंड्र्यू टाई(47) और एडम जम्पा(36) की हुई। तीनों ही ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़े महंगे खिलाड़ी साबित हुए। इस बार भारतीय टीम की बल्लेबाजी में वो चमक दिखाई दी जो पिछली सीरीज में नदारद थी। हार्दिक पांड्या ने फिर से मैच जिताऊ बल्लेबाज साबित किया। 22 गेंदों में 42 रन ठोक कर उन्होंने भारत के विजयी रथ को मुकाम तक पहुंचाया। इस जीत का सेहरा शिखर धवन और हार्दिक पांड्या के सर बंधा है।
वेड ने खेली कप्तानी पारी
कंगारुओं की सबसे बड़ी चुनौती उनके कप्तान एरॉन फिंच का चोटिल होकर मैच से बाहर रहना थी। ऐसे में उनकी जगह मैथ्यू वेड ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी की। उन्होंने महज ऐसे समय में ना सिर्फ टीम को संभाला बल्कि खुद ने अच्छा स्कोर बनाकर टीम का उत्साह भी बढ़ाया। गौरतलब है कि वेड ऑस्ट्रेलियाई टी-20 टीम के कप्तान बनने वाले 11वें प्लेयर रहे। अब तक रिकी पोंटिंग, एडम गिलक्रिस्ट, माइकल क्लार्क और स्टीव स्मिथ जैसे दिग्गज यह कमान संभाल चुके।
इंडिया-ऑस्ट्रेलिया टीम में हुए बदलाव
मेन इन ब्लूज की प्लेइंग इलेवन में चोटिल रविंद्र जडेजा की जगह युजवेंद्र चहल को मौका दिया गया। साथ ही मोहम्मद शमी और मनीष पांडे की जगह शार्दूल ठाकुर और श्रेयस अय्यर को शामिल किया गया। ऑस्ट्रेलिया टीम में फिंच, जोस हेजलवुड और मिचेल स्टार्क को बाहर किया गया। उनकी जगह मार्कस स्टोइनिस, एंड्र्यू टाई और डेनियल सैम्स को मौका मिला।
चलते-चलते आपको बता दें कि इस बार ऑस्ट्रेलिया सरकार ने 50 प्रतिशत दर्शकों को स्टेडियम में मैच का लुत्फ़ उठाने की अनुमति दी थी। ऐसे में कई भारतीय फैंस कई महीनों बाद अपने चहिते खिलाड़ियों को देखने का आनंद ले सके। गौरतलब है कि अगला मैच 8 दिसंबर को खेला जाएगा। जिसमें भारत की टीम कंगारुओं को क्लीन स्वीप करने पर आमादा रहगी वहीं कंगारू इस मैच को जीतकर घरेलू टूर्नामेंट में अपनी लाज बचाना चाहेंगे।