सैम करन (नाबाद 95) की शानदार पारी के बावजूद इंग्लैंड जीत दर्ज नहीं कर सकी और भारत ने महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में खेले गए तीसरे और निर्णायक वनडे मुकाबले को सात रन से जीतकर तीन मैचों की वनडे सीरीज 2-1 से जीत ली।
भारत ने इंग्लैंड को दिया 330 रन का लक्ष्य
विराट कोहली का भाग्य फिर से नहीं चला और टॉस हारकर भारत को पहले बल्लेबाजी के लिये उतरना पड़ा। शिखर धवन, ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या ने अर्धशतक जमाए। हालांकि भारतीय बल्लेबाजों ने अच्छी शुरूआत की थी और भारत का लक्ष्य 360 से अधिक रन बनाने का था, क्योंकि पिछले मैच में इंग्लैंड ने 337 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल कर दिया था, लेकिन लंबे शॉट खेलने के प्रयास में विकेट गंवाने से टीम इंडिया इस रणनीति में सफल नहीं हो पाई।
धवन-रोहित की शतकीय साझेदारी
धवन और रोहित ने शतकीय साझेदारी निभाकर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई लेकिन इसके बाद 18 रन के अंदर दोनों सलामी बल्लेबाजों के अलावा कप्तान कोहली का विकेट गंवाने से टीम दबाव में आ गयी। राशिद ने रोहित को गुगली पर बोल्ड कर दिया। धवन भी गुगली को समझने में नाकाम रहे और राशिद को वापस कैच दे बैठे। रोहित ने 37 और धवन ने 67 रन की पारी खेली। कोहली 7 रन बनाकर मोईन अली का शिकार बने।
केएल राहुल जल्दी आउट, पंत और हार्दिक ने संभाली पारी
केएल राहुल भी जल्दी पवैलियन लौट गए और दबाव पूरी तरह से टीम इंडिया पर आ गया। लेकिन ऋषभ और हार्दिक ने अपने स्वाभाविक अंदाज में बल्लेबाजी की और जल्द ही टीम पर से दबाव भी कम कर दिया। लियाम लिवंगस्टोन ने राहुल को शॉर्ट फाइन लेग पर कैच कराकर अपने करियर का पहला विकेट लिया लेकिन पंत ने उनके अगले ओवर में छक्का और फिर चौका जड़कर उल्टे गेंदबाज पर ही दबाव बना दिया। हार्दिक ने मोईन के एक ओवर में तीन छक्के लगाए।
पंत ने राशिद की गेंद पर छक्का लगाकर 45 गेंदों पर अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया। लेकिन कुछ देर बाद बटलर ने एक हाथ से उनका कैच लपक दिया। हार्दिक 36 गेंदों पर अपने सातवें अर्धशतक तक पहुंचे और इसी ओवर में राशिद की गेंद छक्के के लिए भेजी लेकिन बेन स्टोक्स की गेंद फ्लिक करने में चूकने से बोल्ड हो गए। ठाकुर ने मौके का फायदा उठाया और लंबे शॉट खेले तीन छक्कों की मदद से 21 गेंदों पर 30 रन बनाए। क्रुणाल पंड्या पहले मैच की तरह रंग में नहीं दिखे और उन्होंने 34 गेंदों पर 25 रन बनाए।
इंग्लैंड पारी- भुवी ने इंग्लैंड पर बनाया दबाव
330 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लिश टीम की शुरुआत इस मैच में खराब रही। जेसन रॉय ने भुवी को पहले ही ओवर में 3 चौके जड़े, लेकिन इसके बाद ओवर की आखिरी गेंद पर भुवी ने उन्हें बोल्ड कर दिया। रॉय 14 रन बनाकर आउट हुए। भुवनेश्वर ने इसके बाद दूसरे ओपनर जॉनी बेयरस्टो को एक रन के निजी स्कोर पर पवैलियन रवाना किया।
दूसरे वनडे में जीत के हीरो रहे बेन स्टोक्स (35) और डेविड मलान ने मोर्चा संभाला और टीम को 50 रनों के पार ले गए। 68 रनों के टीम स्कोर पर बेन स्टोक्स को टी. नटराजन ने शिखर धवन के हाथों कैच आउट कराया। स्टोक्स ने 39 गेंदों में 35 रन बनाए और 4 चौके व एक छक्का लगाया।
शार्दुल ने मलान, बटलर और लियाम को वापस भेजा
इसके बाद शार्दुल ठाकुर ने 3 बल्लेबाजों को एक के बाद एक करके पवैलियन भेजते हुए टीम इंडिया को मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया। उन्होंने कप्तान जोस बटलर (15), लियाम लिविंगस्टोन (36) और डेविड मलान (50) को चलता किया। इसके बाद भुवनेश्वर कुमार ने मोईन अली को 29 रनों के निजी स्कोर पर हार्दिक पंड्या के हाथों कैच आउट कराते हुए इंग्लैंड को 7वां झटका दे दिया।
खतरनाक होती जोड़ी को शार्दुल ने तोड़ा
युवा ऑलराउंडर सैम करन ने आदिल राशिद के साथ पारी को संभाला और 8वें विकेट के लिए 53 गेंदों में 57 रन जोड़ते हुए टीम इंडिया पर दबाव बनाया। इस जोड़ी को शार्दुल ठाकुर ने तोड़ा। उन्होंने 40वें ओवर की दूसरी गेंद पर राशिद को विराट कोहली के हाथों कैच करवाया। कप्तान विराट ने शॉर्ट कवर पर बड़ा ही शानदार कैच लपका। राशिद ने 22 गेंदों में 2 चौके की मदद से 19 रन बनाए।
सैम और मार्क वुड ने मैच को किया रोमांचक
राशिद के रूप में 8वां विकेट गिरने के बाद लग रहा था कि मैच में भारत के लिए सिर्फ औपचारिकता भर है, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। 45 गेंदों में वनडे करियर का पहला अर्धशतक लगाने वाले सैम करन एक छोर पर लगातार शॉट खेल रहे थे, जबकि मार्क वुड ने दूसरे छोर पर बखूबी साथ दिया। शार्दुल ठाकुर के आखिरी ओवर में सैम ने एक चौका और छक्का लगाते हुए टीम को 300 रनों के पार पहुंचा दिया। अब टीम इंडिया के गेंदबाजों पर भी दबाव था। लेकिन पारी के 48वें और 49वें ओवर में भारतीय गेंदबाजों ने कम रन दिए। अंतिम ओवर में इंग्लैंड को जीत के लिए 15 रन की दरकार थी। लेकिन टी नटराजन की शानदार गेंदबाजी की बदौलत इंग्लैंड यह नहीं कर पाई और भारत ने 7 रन से यह मैच जीतकर सीरीज भी अपने नाम की।