बीसीसीआई कमेंट्री पैनल के प्रमुख सदस्य और पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर भारत-दक्षिण अफ्रीका सीरीज के पहले वनडे में मैदान में अनुपस्थित दिखाई दिए। इसके बाद उनके द्वारा हाल ही में किए ट्वीट से ऐसा लग रहा है कि वे हमें अब शायद ही कभी कमेंट्री बाॅक्स में दिखाई देंगे।
क्या कहा है मांजरेकर ने अपने ट्वीट में
मांजरेकर ने ट्वीट में लिखा है कि ‘मैंने कमेंट्री को हमेशा सौभाग्य माना है ना कि अपना हक, मुझसे कमेंट्री करवाना या ना करवाना उन सभी पर निर्भर करता है जिन्होंने मुझे काम पर रखा है और मैं उनके फैसले का सम्मान करता हूं। हो सकता है बीसीसीआई मेरे काम से खुश नहीं हो, मैं बतौर पेशेवर इसे स्वीकार करता हूं।‘
क्यों कहनी पड़ी मांजरेकर को ये बात
जब संजय मांजरेकर धर्मशाला में मैदान पर उपस्थित नहीं दिखाई दिए थे तो मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से यह कहा गया कि, मांजरेकर को कमेंट्री पैनल से हटा दिया गया है। बीसीसीआई के सूत्रों ने भी यह पुष्टि की थी, हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि उन्हें कमेंट्री पैनल से क्यों बाहर किया गया। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि बोर्ड उनके काम से खुश नहीं था, इसलिए उन्हें कमेंट्री पैनल से हटाना पड़ा।
अपने विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में रहे थे मांजरेकर
मांजरेकर अक्सर खिलाड़ियों और अन्य सहकर्मियों पर टिप्पणी करने को लेकर विवादों में रहते थे, इसलिए बीसीसीआई ने ये फैसला किया है।
जडेजा पर टिप्पणी
2019 में इंग्लैण्ड में खेले गए विश्व कप के दौरान मांजरेकर ने भारतीय ऑलरांउडर रवींद्र जडेजा पर टिप्पणी की थी, और उन्हें 'टुकड़ों' में प्रदर्शन करने वाला खिलाड़ी बताया था। इस पर जडेजा ने उन्हें ट्वीटर पर करारा जवाब देते हुए लिखा था कि ‘मैनें आपसे दोगुने मैच खेले हैं और अभी भी खेल रहा हूं, जिन लोगों ने कुछ हासिल किया है उनका सम्मान करना सीखें‘।
हर्षा भोगले पर भी कि थी टिप्पणी
पिछले साल भारत-बांग्लादेश के बीच खेले गए पिंक बाॅल टेस्ट मैच के दौरान उन्होंने साथी कमेंटेटर हर्षा भोगले से कहा था कि ‘आपने क्रिकेट नहीं खेला है, सिर्फ मैदान पर खेलने वाले ही मैदान पर चल रही चीजों के बारे में बात कर सकते हैं‘।
हालांकि वे अपने विवादित बयानों के लिए माफी भी मांग चुके हैं, लेकिन जिस तरह से उन्होंने ट्वीटर पर अपनी बात कही है उससे यही लगता है कि अब वे बीसीसीआई के कमेंट्री पैनल का हिस्सा नहीं होंगे।