इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड क्रिकेट का नया फॉर्मेट पेश करने जा रहा है। क्रिकेट के इस नए फॉर्मेट का नाम है – "द हंड्रेड", जी हां जैसा की नाम से ही स्पष्ट है, इसकी एक पारी में 100 गेंदे फेंकी जाएंगी। इसका पहला सीज़न पिछले साल कोविड के कारण स्थगित कर दिया गया था, लेकिन यह 22 जुलाई से इसका पहला सीजन शुरू होने जा रहा है। आठ टीमें इंग्लैंड के होम समर सीजन में खिताब के लिए लड़ेंगी। "हंड्रेड" में एक पारी में 100 गेंदें होंगी, यानि टी20 प्रारूप से 20 गेंद कम। यह ईसीबी की ओर से एक बड़ा बदलाव हो सकता है लेकिन क्या क्रिकेट प्रेमियों द्वारा इस फॉर्मेट को पसंद किया जाएगा? यह अगले कुछ सालों में देखने को मिलेगा।
1.टूर्नामेंट में एक ओवर 6 गेंदों का नहीं बल्कि 5 गेंदों का होगा और गेंदबाज लगातार दो ओवर भी एक साथ डाल सकता है। यानि एक साथ 10 गेंदे डाल सकता है। अंपायर सफेद कार्ड के जरिए इशारा करेगा कि गेंदबाज ने 5 गेंदें डाल दी है और अब अगले ओवर की अगली पांच गेंदें फेंकी जाएगी। हालांकि कप्तान के अनुसार ही गेंदबाज 10 गेंदे लगातार डाल सकता है।
2.एक गेंदबाज अधिकतम चार ओवर डाल सकता है। वह चार बार में 5-5 गेंदे या फिर दो बार में 10-10 गेंदें फेंके सकता है। एक मैच की दोनों पारियों में अलग अलग सफेद कूकाबूरा गेंदों का इस्तेताल किया जाएगा।
3.इस लीग में पावरप्ले 25 गेंदों का यानी 5 ओवर का होगा। इस दौरान सिर्फ दो खिलाड़ी ही 30 यार्ड के घेरे से बाहर रहेंगे।
4.फील्डिंग कर रही टीम को 2 मिनट का स्ट्रेटजिक टाइमआउट लेने की भी इजाजत होगी। इसे कभी भी लिया जा सकेगा। नो बॉल होने पर एक रन की बजाय दो रन मिलेंगे। यहीं नहीं मैच का टॉस डीजे स्टैंड पर होगा।
5.कैच आउट होने के दौरान क्रीज बदलने पर भी पुराना बल्लेबाज स्ट्राइक नहीं ले सकेगा। स्ट्राइक पर नया बल्लेबाज ही आएगा।
6.इस लीग में स्लो ओवर रेट की समस्या को खत्म करने के लिए एक ऐसा नियम लाया गया है जिसपर काफी ज्यादा चर्चा हो रही है। प्लेइंग कंडिशन के मुताबिक अगर टीमों का ओवर रेट धीमा रहा तो जुर्माने के तौर पर टीम को अपना एक अतिरिक्त खिलाड़ी 30 गज के घेरे के अंदर खड़ा करना होगा। अगर ऐसा हुआ तो बल्लेबाजी करने वाली टीम इसका काफी ज्यादा फायदा उठाएगी। एक अतिरिक्त खिलाड़ी 30 गज के अंदर होने से बल्लेबाज ज्यादा जोखिम ले पाएंगे और टीम बड़े स्कोर तक पहुंचेगी।
7.ग्रुप स्टेज में मैच टाई होने पर दोनों टीमों में एक-एक अंक बांटा जाएगा। एलिमिनेटर और फाइनल मैच में पांच गेंदों का मुकाबला होगा।अगर "सुपर फाइव" टाई हुआ तो एक और बार 5-5 गेंदों का मुकाबला होगा। ये मुकाबला भी टाई रहा तो ग्रुप स्टेज में टॉप पर रहने वाली टीम को विजेता घोषित किया जाएगा।
8.कोच मैदान के बीच में जाकर खेल के बीच में अपने खिलाड़ियों के साथ रणनीति पर चर्चा कर सकते हैं। यह काफी हद तक फुटबॉल से मिलता-जुलता है जहां हम देखते हैं कि खेल के बीच प्रबंधक अपने खिलाड़ियों से कैसे बात करते हैं।
9.सभी टीमों में 15 खिलाड़ी शामिल होंगे और उनमें अधिकतम तीन विदेशी खिलाड़ी शामिल हो सकते हैं।
10.पुरुषों वाली 8 टीमों में से प्रत्येक को कम से कम इंग्लैंड का एक टेस्ट खिलाड़ी साइन करना होगा। और ईसीबी ने अपने टेस्ट खिलाड़ियों को इस प्रारूप में हस्ताक्षर करने के लिए इस नियम को अनिवार्य कर दिया है।
11.ईसीबी ने "विकेट" शब्द को भी "आउट" में बदल दिया है।
12. टेबल टॉपर अपने आप फाइनल में पहुंच जाएगा। दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीमें फाइनल में पहुंचने के लिए सेमीफाइनल मैच में भिड़ेंगी।
14.ओवल सेमीफाइनल की मेजबानी करेगा और लॉर्ड्स फाइनल की मेजबानी करेगा।
यह फॉर्मेट क्रिकेट की लोकप्रियता को बढ़ावा दे सकता है। यह क्रिकेट खेल में व्यावसायिकता पैदा कर सकता है। ईसीबी इस खेल को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है। प्रत्येक गेम ढाई घंटे तक चलेगा। क्या यह इंडियन टी20 लीग की तरह ब्लॉकबस्टर होगी या फ्लॉप होगी? ये उत्तर दो से तीन साल बाद सामने आएंगे।