हैमिल्टन में खेले गए पहले एकदिवसीय मैच में न्यूजीलैंड ने 348 रनों के विशाल लक्ष्य को चेज़ कर लिया और भारत को 11 गेंदे शेष रहते हुए 4 विकेट से हरा दिया। यह न्यूजीलैंड का सबसे सफलतम रन चेज़ रहा इससे पहले न्यूजीलैंड ने कभी इतना बड़ा लक्ष्य चेज़ नहीं किया था। न्यूजीलैंड की जीत के हीरो रहे राॅस टेलर जिन्होंने 84 गेंदो पर नाबाद 109 रन की पारी खेली और टीम को जीत दिलाई, इसके अलावा हेनरी निकोलस और टाॅम लाथम ने भी क्रमशः 78 और 69 रनों की पारी खेलकर टीम जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
आखिर इतना बड़ा स्कोर बनाकर भी क्यों हारी टीम इंडिया-
347 रन बनाकर भी भारतीय टीम हार गई और इस हार का सबसे प्रमुख कारण भारत की गेंदबाजी रही। भारतीय गेंदबाजों को कीवी बल्लेबाजों ने जमकर धोया। कुलदीप यादव और शार्दुल ठाकुर सबसे महंगे साबित हुए। शार्दुल ने जहां 9 ओवर में 80 रन लुटाए तो वहीं चाइनामैन कुलदीप यादव ने 10 ओवर में 84 रन दिए।
अतिरिक्त रन भी खूब लुटाए
टीम इंडिया के गेंदबाजों ने इस मैच में 29 अतिरिक्त रन दिए, इन अतिरिक्त रनों में 24 वाइड गेंदे शामिल थी। यह पांचवां मौका था जब भारतीय गेंदबाजों ने इतनी ज्यादा वाइड गेंदे फेंकी। विश्व के नंबर एक गेंदबाज बुमराह भी मैच में अपना जलवा नहीं दिखा पाए, बुमराह ने अपने 10 ओवरों में 53 रन दिए, लेकिन अपने स्पैल में उन्होंने 13 वाइड गेंदे फेंकी। शमी ने 7 गेंदे वाइड फेंकी। इतनी बड़ी मात्रा में अतिरिक्त रन लुटाना भी हार का एक प्रमुख कारण रहा।
राॅस टेलर को नहीं रोक पाए भारतीय गेंदबाज
राॅस टेलर की पारी मैच में सबसे प्रमुख रही और उनके शतक ने श्रेयस अय्यर के शतक पर पानी फेर दिया। टाॅम लाथम भी आक्रामक नजर आ रहे थे लाथम ने 48 गेंदो पर 69 रन की आक्रामक पारी खेली, हालांकि लाथम के आउट होने के बाद न्यूजीलैंड की पारी लड़खड़ा गई थी, लेकिन राॅस टेलर अंत तक जमे रहे और टीम को जीत दिलाई।
खराब फिल्डिंग
भारतीय टीम की फिल्डिंग भी इस मैच में खास नहीं रही, हालांकि कप्तान विराट कोहली ने बेहतरीन थ्रो कर निकोलस को रनआउट किया था। लेकिन बाकी खिलाड़ी फिल्डिंग में उस स्तर का प्रदर्शन नहीं कर पाए जिसके लिए टीम इंडिया जानी जाती है। विराट कोहली ने भी मैच के बाद माना कि उनकी टीम की फिल्डिंग खराब रही।
दूसरे वनडे में कैसे वापसी कर सकती है टीम?
भारतीय टीम के नियमित ओपनर रोहित शर्मा और शिखर धवन के बिना भी बल्लेबाज काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, पृथ्वी शाॅ और मयंक अग्रवाल ने टीम को सधी हुई शुरूआत दी थी। मध्यक्रम में कोहली, अय्यर और राहुल ने टीम को संभाला।
भारत को गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण को सुधारना होगा, बुमराह और शमी जैसे गेंदबाजों ने मैच में कई वाइड गेंदे फेंकी इसलिए गेंदबाजों को अपनी लाइन और लैंथ का विशेष ध्यान रखना होगा।
उम्मीद करते हैं कि दूसरे मैच में भी दोनों टीमों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा।