हाल ही में समाप्त हुए डोमेस्टिक टी-20 बैटल में कर्नाटक ने 1 रन से तमिलनाडु को हराकर खिताब पर कब्जा जमाया। ये टूर्नामेंट उतार-चढ़ावों से भरपूर रहा और इसमें काफी सारे उलटफेर देखने को मिले। निजी प्रदर्शन की बात की जाये तो इसमें बहुत से युवा खिलाड़ियों ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
प्रतियोगिता के समाप्त होने के पश्चात् इस बात की पूरी संभावनाएं हैं कि इनमें से कुछ खिलाड़ियों को भारतीय क्रिकेट टीम में भी चुन लिया जाये। इस लेख में हम आपको ऐसे ही तीन संभावित खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कि भविष्य में राष्ट्रीय टीम के लिए खेलते हुए नजर आ सकते हैं-
1. देवदत्त पदिक्कल– कर्नाटक के इस युवा और प्रतिभावान खिलाड़ी ने शानदार बल्लेबाजी कर टीम को खिताब दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। उन्होंने प्रतियोगिता के दौरान 12 मैचों में 64.44 के शानदार औसत से कुल 580 रन बनाए, जिसमें 1 शतक और 5 अर्धशतक भी शामिल हैं।
2. हर्षल पटेल– हरियाणा के लिये खेलने वाला दाएं हाथ का यह तेज गेंदबाज इससे पूर्व इंडियन टी-20 लीग में बेंगलुरू और दिल्ली जैसी टीमों में भी अपने हुनर का लोहा मनवा चुका है। पर इस टूर्नामेंट में उनका एक नया ही रूप देखने को मिला| उन्होंने ना सिर्फ गेंद से बल्कि बल्ले से भी कमाल कर के दिखाया। उन्होंने 12 मैचों में 31.16 के औसत और 165.48 के स्ट्राइक रेट से 374 रन बनाये। इसके अलावा शानदार गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 19 विकेट अपने नाम किये, जो कि टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज से मात्र एक विकेट ही कम है। इस हरफनमौला प्रदर्शन के दम पर उन्होंने भारतीय टीम में चुने जाने के लिए प्रबल दावेदारी पेश की है।
3. आर साई किशोर– तमिलनाडु की ओर से खेलने वाले इस नौजवान खिलाड़ी ने चमत्कारी प्रदर्शन करते हुए 12 मैचों में महज़ 4.6 की इकॉनॉमी से 20 विकेट चटकाये जो इस प्रतियोगिता में सर्वाधिक हैं। इस 23 वर्षीय गेंदबाज के पास अनुभव भले ही कम हो पर इनमें प्रतिभा और जुनून की कोई कमी नहीं है। इनके कौशल और हुनर को देखते हुए इस बात की प्रबल संभावनाएं है कि हम भविष्य में इनको भारतीय टीम के लिए खेलते हुए भी देखें।