अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष शंशाक मनोहर के इस्तीफे के बाद से लगभग एक महीने चेयरमैन का पद खाली पड़ा है और अब बोर्ड की ऑनलाइन बैठक की कार्यसूची में एकमात्र मुद्दा अगले स्वतंत्र अध्यक्ष के रूप में शशांक मनोहर के उत्तराधिकारी के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया को अंतिम रूप देना होगा। उम्मीद जताई जा रही है कि चयन की पूरी प्रक्रिया चार सप्ताह के भीतर समाप्त हो जाएगी।
बोर्ड के एक अधिकारी के अुनसार ऑनलाइन बैठक में कार्यसूची में केवल नामांकन प्रक्रिया पर बातचीत की जाएगी, आमतौर पर नामांकन दाखिल करने के लिए उम्मीदवारों को दो सप्ताह का समय दिया जाता है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद में 17 बोर्ड सदस्य शामिल हैं, जिनमें टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले 12 देश, तीन सहयोगी राष्ट्र(स्काॅटलैंड, सिंगापुर, मलेशिया), अध्यक्ष(इस मामले में अंतरिम) और स्वतंत्र निदेशक (इंद्रा नूई, पेप्सिको) शामिल हैं। आमतौर पर आईसीसी में दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होती है, लेकिन बोर्ड के कुछ सदस्य चाहते हैं कि 17 सदस्यों के बीच इसका फैसला साधारण बहुमत से हो जाए। आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनु साहनी भी आईसीसी बोर्ड का हिस्सा हैं लेकिन उनके पास मतदान का अधिकार नहीं है।
कैसे होती है नामांकन प्रक्रिया
एक उम्मीदवार को आईसीसी के किसी पूर्व या वर्तमान निदेशक द्वारा नामित किया जा सकता है, लेकिन चुनाव के लिए उम्मीदवारी तय करने के लिए उसके पास दो वर्तमान निदेशकों का समर्थन होना अनिवार्य है। इस बात पर भी चर्चा हुई है कि क्या किसी पूर्व निदेशक द्वारा किसी मौजूदा अधिकारी को मनोनीत करना वैध होगा या नहीं। जहां तक उम्मीदवारों का संबंध है तो इमरान ख्वाजा (सिंगापुर के वर्तमान अंतरिम चेयरमैन) सहित कुछ अन्य नामों पर चर्चा हो रही है। कोई सर्वसम्मत उम्मीदवार नहीं होने के कारण घोषणा में लंबा समय लग रहा है।
कौन शामिल हैं, उम्मीदवारों की दौड़ में-
इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड के पूर्व प्रमुख कॉलिन ग्रेव्स आईसीसी के पूर्व चेयरमैन शशांक मनोहर के उत्तराधिकारियों की दौड़ में सबसे आगे हैं जबकि वेस्टइंडीज क्रिकेट के पूर्व प्रमुख डेव कैमरन ने भी आईसीसी के प्रमुख पद की उम्मीदवारी का दावा किया है। हांलाकि वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड खुद उनके खिलाफ है। यहां तक कि क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) के क्रिस नेंजानी ने भी इस पद के लिए अपनी रुचि प्रकट की है। यही कारण था कि दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के निदेशक ग्रीम स्मिथ ने बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) अध्यक्ष और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का खुले तौर पर समर्थन किया था।
सौरव गांगुली भी हैं दौड़ में शामिल
इस दौड़ में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली भी शामिल हैं, अब यहां यह देखना दिलचस्प रहेगा कि क्या भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड उन्हें वैश्विक संस्था में भेजना चाहता है। गांगुली के मामले में अनुकूलन अवधि (कूलिंग ऑफ परियड) में छूट देने की याचिका हाईकोर्ट के पास है, जिस पर अगली सुनवाई 17 अगस्त को होनी है। गांगुली ने कई बार स्पष्ट भी किया है कि 48 साल के प्रशासक के रूप में उनके पास सर्वश्रेष्ठ करने के लिए अभी काफी समय है। अगर उन्हें बीसीसीआई छोड़ना भी पड़ा तो भारतीय क्रिकेट बोर्ड उन्हें आईसीसी प्रमुख के पद पर देखना पसंद करेगा।