इंडियन टी20 लीग के 14वें सीजन में कोलकाता टीम प्रबंधन इन विदेशी खिलाड़ियों को बना सकता है अपनी अंतिम एकादश का हिस्सा-
4. इयोन मॉर्गन-
पिछले सीजन में दिनेश कार्तिक के कप्तानी छोड़ने के बाद इयोन मॉर्गन टीम के कप्तान बनाए गए। इस वर्ष उनके ऊपर बल्लेबाज एवं कप्तान के रूप में दोहरी जिम्मेदारी होगी। पिछले सीजन को छोड़ दिया जाए तो इंग्लैंड के बल्लेबाज का लीग में कोई खास प्रदर्शन नहीं रहा था। लेकिन पिछले सीजन में उन्होंने कमाल का प्रदर्शन किया था। उन्होंने पिछले सीजन में 41.8 की औसत से 14 मैचों में 418 रन बनाए। मॉर्गन पिछले सीजन में कोलकाता के सबसे सफल खिलाड़ी थे, इस सीजन में उनसे और भी धमाकेदार प्रदर्शन की उम्मीद होगी साथ ही टीम चाहेगी कि टीम उनकी कप्तानी में चैंपियन भी बने।
3. आंद्रे रसैल-
वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर आंद्रे रसैल इंडियन टी20 लीग के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं। वे एक परफेक्ट टी20 प्लेयर हैं, लेकिन पिछला सीजन उनके लिए काफी खराब रहा था। लेकिन वर्ष 2019 का सीजन उनके लिए सर्वश्रेष्ठ था। इस सीजन में उन्होंने 14 मैचों में 56.66 की औसत एवं 204 की शानदार स्ट्राइक रेट से 510 रन बनाए थे। इस सीजन में उन्होंने कोलकाता के लिए कई ताबड़तोड़ पारियां खेलते हुए टीम को जीत दिलाई थी। इसके अलावा उन्होंने 11 विकेट भी झटके थे। लेकिन पिछले सीजन में उन्होंने 10 मैचों में 13 की औसत से केवल 117 रन बनाए और 6 ही विकेट झटके। लेकिन इस बार कोलकाता की टीम चाहेगी कि वे फिर से फॉर्म में लौटें और अपने विस्फोटक अंदाज में टीम के लिए असाधारण प्रदर्शन करे।
2. शाकिब अल हसन-
कोलकाता के लिए खेलने वाले वेस्टइंडीज के सुनील नरेन का प्रदर्शन पिछले कुछ सीजन में इतना खास नहीं रहा। इसलिए हो सकता है कि टीम सुनील की जगह शाकिब को मौका देना पसंद करे। हैदराबाद टीम से रीलीज किए जाने के बाद, वे पिछला सीजन नहीं खेल पाए थे क्योंकि उन पर एक वर्ष का प्रतिबंध लगा दिया गया था। लेकिन अब उनका प्रतिबंध काल पूरा हो गया है और वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीजन में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और लाजवाब वापसी की। 2018 सीजन में भी शाकिब ने अच्छा प्रदर्शन किया था और 17 मैचों में 239 रन बनाने के साथ-साथ 14 विकेट भी झटके थे। बांग्लादेश के इस प्रतिभावान ऑलराउंडर खिलाड़ी से कोलकाता को काफी उम्मीदें होंगी।
1. पैट कमिंस-
ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज को कोलकाता ने पिछले सीजन में 15.5 करोड़ की मोटी रकम देकर अपने खेमे में शामिल किया था। लेकिन वे इस कीमत के साथ इंसाफ नहीं कर पाए थे। उन्होंने 14 मैचों में 34.08 की औसत एवं 7.86 की इकॉनमी दर से केवल 12 विकेट झटके। पिछले प्रदर्शन को देखते हुए यह कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें फ्रैंचाइजी द्वारा रीलीज कर दिया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और टीम ने उन्हें बनाए रखने का फैसला किया। हालांकि भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेली गई टेस्ट सीरीज में वे सीरीज के सबसे सफल गेंदबाज रहे थे और उन्होंने चार मैचों में 21 विकेट हासिल किए थे। इस बार उनसे टीम अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर सकती है।