इंडियन टी20 लीग के 14वें सीजन को कोरोना वायरस के कारण स्थगित करना पड़ा। लेकिन भारतीय क्रिकेट बोर्ड द्वारा कोरोना के हालातों में सुधार आने के बाद इसे फिर से शुरू किया जाएगा। 14वें सीजन में 29 मैच खेले जा चुके थे। इन मैचों में हमने कई रोमांचक मुकाबले भी देखे। इस बार इंडियन टी20 लीग में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन लाजवाब रहा।
इस आर्टिकल में हम इंडियन टी20 लीग के 29 मैचों में घटे कुछ यादगार पलों के बारे में बताएंगे-
रवि बिश्नोई का बेहतरीन कैच-
पंजाब के स्पिनर रवि बिश्नोई शुरूआती कुछ मैचों में टीम से बाहर रहे थे। लेकिन जब उन्हें टीम में शामिल किया गया तब उन्होंने ना केवल गेंदबाजी से प्रभावित किया बल्कि इस बार उन्होंने अपनी जबरदस्त फील्डिंग के दम पर सभी का ध्यान आर्कर्षित किया। कोलकाता के खिलाफ एक मैच में सुनील नरेन का शॉट हवा में गया। बाउंड्री लाइन पर खड़े रवि बिश्नोई को उनका यह कैच पकड़ने के लिए लगभग 30 मीटर की दौड़ लगाई उसके बाद उन्होंने बेहतरीन डाइव लगाकर इस कैच को पकड़ा। उनका यह कैच इतना बेहतरीन था कि इसे इस सीजन का सबसे बेहतरीन कैच कहा जा सकता है। उनके इस कैच की बदौलत कोलकाता का स्कोर हो गया था 3 ओवर में 17 रन पर 3 विकेट और इसके बाद पंजाब ने आसानी से कोलकाता पर जीत भी दर्ज की थी। लेकिन जिस तरह का जज़्बा बिश्नोई ने फील्डिंग करते समय दिखाया इसमें कोई दो राय नहीं कि वे भविष्य में टीम इंडिया के लिए खेलते नजर आएंगे।
पोलार्ड ने धुंआधार पारी खेलकर मुंबई को दिलाई जीत
14वें सीजन में मुंबई का प्रदर्शन धमाकेदार नहीं रहा था। शुरूआत में चेन्नई में हुए मुकाबलों में मुंबई को संघर्ष करना पड़ा। लेकिन दिल्ली के मैदान पर मुंबई ने टूर्नामेंट मे वापसी की थी। 1 मई को खेले गए चेन्नई और मुंबई के बीच मुकाबले में चेन्नई ने मुंबई के आगे 219 रन का लक्ष्य रखा। मुंबई की शुरूआत इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए खास नहीं रही थी। 9.4 ओवर में मुंबई ने 81 रन पर अपने 3 विकेट खो दिए थे। लेकिन इसके बाद पोलार्ड ने वो पारी खेली जो लंबे समय तक क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में रहेगी।
मुंबई को 10 ओवर में 138 रन की दरकार थी। ऐसे में पोलार्ड ने 34 गेंदो में 87 रन की पारी खेली, इस पारी में 6 चौके और 8 छक्के शामिल थे। इस पारी की बदौलत मुंबई ने आखिरी गेंद पर चेन्नई को मात दे दी। इस पारी से पोलार्ड ने साबित किया कि वे क्यों वे मुंबई टीम में एक अहम स्थान रखते हैं।
पृथ्वी शॉ ने लगाई चौकों की झड़ी
पिछला सीजन पृथ्वी शॉ के लिए बहुत खास नहीं रहा था। पृथ्वी विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करने के बाद इस सीजन में खेलने उतरे थे और उन्होंने अपनी फॉर्म को इंडियन टी20 लीग में भी जारी रखा। उन्होंने शिखर धवन के साथ मिलकर दिल्ली को लगभग हर मैच में शानदार शुरूआत दिलवाई। 29 अप्रैल को कोलकाता और दिल्ली के खिलाफ हुए मैच में कोलकाता ने दिल्ली को 155 का लक्ष्य दिया। कोलकाता के लिए पहला ओवर शिवम मावी ने डाला और इस ओवर में पृथ्वी शॉ ने 6 गेंदो पर लगातार 6 चौके जड़कर दिल्ली को धमाकेदार शुरूआत दी और लक्ष्य को और भी आसान बना दिया। इस मैच में शॉ ने 41 गेंदो पर 11 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 82 रन की शानदार पारी खेली।
रवींद्र जडेजा- वन मैन शो
25 अप्रैल को सीजन का 19वां मैच बैंगलोर और चेन्नई के बीच खेला गया। हालांकि यह मुकाबला धोनी और विराट कोहली की भिडंत के रूप में देखा जा रहा था। लेकिन मैच के असली हीरो रहे थे रवींद्र जडेजा। इस मैच में उनके प्रदर्शन को देखकर लगा कि मुकाबला बैंगलोर और रवींद्र जडेजा के बीच है।
रवींद्र जडेजा ने इस मैच में 28 गेंदो में 62 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली थी, उन्होंने पारी में 4 चौके व 5 छक्के जड़े। उन्होंने पारी के 20वें ओवर में पांच छक्के जड़कर 37 रन बटोरे थे, इसमें एक नो बॉल भी शामिल थी और एक गेंद पर उन्होंने चौका जड़ा था। यह छक्के उन्होंने पर्पल कैप होल्डर हर्षल पटेल की गेंदो पर लगाए थे। इस पारी की बदौलत चेन्नई ने 191 का स्कोर बनाया था। इसके बाद जब गेंदबाजी मे धोनी ने जडेजा को गेंद थमाई तो उन्होंने बैंगलोर के देवदत्त पडिकल, एबी डिविलियर्स और ग्लैन मैक्सवेल के विकेट चटका दिए और मैच को एकतरफा कर दिया। यही नहीं उन्होंने डायरेक्ट थ्रो फेंककर डेनियल क्रिस्टियन को भी रन आउट कर दिया था। उन्होंने अपने स्पैल में 4 ओवर में 13 रन देकर 3 विकेट चटकाए थे।
उनका यह प्रदर्शन लंबे समय तक याद रखा जाएगा।