चेन्नई ने पहला गेम 4-1 से जीतने के बाद सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया और एफसी गोवा की फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों पर तलवार लटका दी। चेन्नई को फाइनल में जगह मिलना लगभग तय है और एफसी गोवा को फाइनल में जाने के लिए चमत्कार की आवश्यकता होगी।
चेन्नई के सीजन की शुरूआत बेहद निराशा भरी रही थी। चेन्नई के प्रबंधक भी सीजन के बीच में बदल गए थे, प्रबंधकीय बदलावों के बाद उनकी टीम में नई ऊर्जा दिखाई दी। गोवा की टीम शुरूआत से ही जबरदस्त फाॅर्म में थी, लीग तालिका वे शीर्ष पर थे। लेकिन पहले चरण में वे पहले स्थान से फिसल गए थे, लेकिन बाद में उन्हें फिर से शीर्ष स्थान प्राप्त नहीं हो पाया था।
प्लेऑफ में बहुत रोमांचक मैच होते हैं। दोनों टीमें जीतने के लिए एक-दूसरे को कड़ी टक्कर देगी। पहले चरण में दोनों टीमों को कुल मिलाकर 6 बार यलो कार्ड दिखाए गए थे।
हेड-टू-हेड
लीग के पहले चरण में गोवा की टीम ने चेन्नई को पाँच मैचों में चार बार हराया। हालांकि पिछले हफ्ते हुए मैच में चेन्नई ने गोवा को पटकनी दे दी थी। लेकिन अब चेन्नई की टीम का फाइनल में खेलना लगभग तय माना जा रहा है।
संभावित टीमें
चेन्नई : करनजीत सिंह(गोलकीपर), जेरी लालरिंजुला, मासिह सिघानी, दीपक तांगरी, लालडिनलियाना रेंथली, अनिरुद्ध थापा, नेरिजस वाल्किस, लल्लिंजुआला छंगटे, ड्रैगोस फर्टिलस्कु, आंद्रे स्कीब्री, रहीम अली।
गोवा : मोहम्मद नवाज (गोलकीपर), कार्लोस पेना, चिंगलेनसाना सिंह, मर्तोदा फॉल, मंदार राव देसाई, लेनी रोड्रिग्स, एडू बेदिया, सेमिनलेन डौंगेल, जैकीचंद सिंह, ह्यूगो बोमस, फेरान कोरोमिनास।
इन पर रहेगा अधिक दारोमदार
चेन्नई के नेरिजस वाल्किस ने इस सीजन में 13 गोल स्कोर किए हैं, जबकि गोवा के शीर्ष स्कोरर फेरान टेलीचिया के नाम 14 गोल हैं। ये दोनों ही अपनी-अपनी टीमों के शीर्ष स्कोरर है। हालांकि फेरान प्रथम चरण के मैच में नहीं खेले थे और उनकी टीम को हार का सामना भी करना पड़ा था।