इंडियन टी20 लीग का 14वां सीजन अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है। कोरोना के मामलों में सुधार होने पर इसे फिर से शुरू किया जाएगा। इंडियन टी20 लीग के 14वें सीजन में 29 मैच खेले जा चुके थे। इन मैचों में हमने कई रोमांचक मुकाबले भी देखे। हर सीजन की तरह ही इस सीजन में देशी-विेदेशी खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का जलवा बिखेरा।
हर वर्ष हम इस टूर्नामेंट में कुछ ऐसी भारतीय प्रतिभाओं को देखते हैं जिन्हें घरेलू क्रिकेट में अपनी प्रतिभा के दम पर इंडियन टी20 लीग में खेलने का मौका मिलता है। इन खिलाड़ियों के लिए इंडियन टी20 लीग भविष्य को उज्ज्वल बनाने का सुनहरा मौका भी होता है। जैसे जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ियों ने इंडियन टी20 लीग में अपने प्रदर्शन के दम पर भारतीय क्रिकेट टीम में स्थान बनाया।
इस लेख में हम ऐसे भारतीय युवा गेंदबाजों के बारे में बताएंगे जिन्होंने हाल ही में इंडियन टी20 लीग में अपने प्रदर्शन से सभी का ध्यान आकर्षित किया है-
चेतन साकरिया-
राजस्थान की ओर से इस वर्ष इंडियन टी20 लीग में डेब्यू करने वाले 23 वर्षीय चेतन साकरिया भावनगर गुजरात से संबंधित हैं। उन्होंने इस सीजन में पंजाब के खिलाफ अपना पहला मुकाबला खेला था और इस मैच में उन्होंने 3 विकेट झटके। कुल 7 मैचों में साकरिया ने 7 विकेट झटके और इकॉनमी गेंदबाजी भी की। साकरिया अपनी गेंदबाजी में तकनीकी प्रयोग करते हैं जिससे विपक्षी बल्लेबाजों को खासी परेशानी होती है। जोफ्रा आर्चर की अनुपस्थिति में उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की।
चेतन साकरिया एक साधारण बैकग्राउंड से आते हैं और कई संघर्षों का सामना करते हुए उन्होंने इंडियन टी20 लीग में अपनी प्रतिभा के दम पर जगह बनाई। यदि आगे भी वैसे ऐसा ही प्रदर्शन जारी रखते हैं तो वे भविष्य में टीम इंडिया में भी नजर आ सकते हैं।
आवेश खान-
आवेश खान इंदौर से संबंधित है और इस वर्ष दिल्ली की ओर से खेलने वाले इस युवा तेज गेंदबाज ने अपनी टीम के लिए बेहतरीन गेंदबाजी की। हालांकि आवेश खान 2017 में बैंगलोर की ओर से इंडियन टी20 लीग में अपना डेब्यू कर चुके थे। लेकिन इस सीजन से पहले वे 9 मैचों में 5 विकेट चटका पाए थे। उन्हें ज्यादा मौके नहीं दिए गए थे। लेकिन इस बार शुरू से ही उन्होंने अपनी प्रतिभा का जलवा बिखेरा।
इस सीजन में आवेश ने 8 मैचों में 16.50 की औसत से 14 विकेट चटकाए। अभी यह सीजन आधा खेला जाना बाकी है और उम्मीद है कि आवेश आगे भी अपने प्रदर्शन को ऐसे ही जारी रखेंगे। भारतीय टीम के चयनकर्ताओं की निगाहें उनके प्रदर्शन पर रहेंगी।
हर्षल पटेल-
हर्षल पटेल हालांकि एक सीनियर घरेलू क्रिकेटर हैं। गुजरात से आने वाले पटेल का इंडियन टी20 लीग में डेब्यू 2012 में ही हो गया था। उन्होंने बैंगलोर के लिए अपना डेब्यू सीजन खेला था और वे दिल्ली टीम की ओर से भी खेल चुके हैं। लेकिन वे निरंतर नहीं खेल पाए और अंदर-बाहर होते रहे।
इस वर्ष की निलामी में उन्हें फिर से बैंगलोर ने खरीदा और इस सीजन में उन्होंने अपनी गेंदबाजी से सभी का ध्यान आकर्षित किया। इस सीजन में हर्षल पटेल सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने। इस सीजन में उन्होंने 7 मैचों में 17 विकेट झटके उन्होंने पर्पल कैप पर कब्जा जमाया। यदि वे आगामी मुकाबलों में भी अपने प्रदर्शन को बरकरार रख पाते हैं तो भारतीय चयनकर्ता उनके अनुभव को देखकर उन्हें टीम इंडिया में जगह देने पर विचार कर सकते हैं।