भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज का तीसरा मैच कैनबरा के मैदान में खेला गया। इस मैच में भारतीय टीम ने 13 रनों से जीत हासिल करके सीरीज में अपना सम्मान बचाने में कामयाब रही क्योंकि ऑस्ट्रेलियन टीम ने पहले 2 वनडे मैचों में जीत हासिल करके सीरीज में अजेय बढ़त हासिल कर चुके थे।
हार्दिक और जडेजा ने शानदार पारियां खेली
इस मैच में टॉस कप्तान कोहली के पाले में गिरा जिसके बाद पहले बल्लेबाजी करने का फैसला उन्होंने लिया। भारतीय टीम में कुछ बदलाव देखने को मिले जिसमें शुभमन गिल, शार्दुल ठाकुर, कुलदीप यादव और टी. नटराजन को टीम में जगह दी गई।
पहले 2 मैचों में शानदार बल्लेबाजी करने वाले शिखर धवन का बल्ला इस मैच में नहीं चल सका और वह सिर्फ 16 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद शुभमन गिल भी 33 रन बनाकर एशटन एगर का शिकार बन गए।
कप्तान कोहली ने एक छोर से पारी को संभालते हुए 63 रनों की पारी खेली इसके बाद हार्दिक पांड्या और रविंद्र जडेजा ने 6वें विकेट के लिए 150 रनों की साझेदारी करके टीम का स्कोर 50 ओवरों में 302 तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
हार्दिक ने जहां 76 गेंदो में 92 रनों की नाबाद पारी खेली तो वहीं जडेजा ने 50 गेंदो में 66 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से इस मैच में एशटन एगर ने 10 ओवरों में 44 रन देकर 2 विकेट हासिल किए।
शार्दुल और नटराजन ने दिखाया दम
इस मैच में शामिल किए गए शार्दुल ठाकुर और टी. नटराजन ने अपनी गेंदबाजी का दम सभी को दिखाया। नटराजन ने जहां ऑस्ट्रेलियन टीम को लाबुशाने को तौर पर पहला झटका दिया तो वहीं शार्दुल ने टीम को सबसे बड़ी सफलता दिलाते हुए पहले 2 मैचों में शतकीय पारियां खेलने वाले स्टीव स्मिथ को सिर्फ 7 के निजी स्कोर पर पवेलियन का रास्ता दिखा दिया।
इसके बाद ऑस्ट्रेलियन कप्तान एरोन फिंच ने जरूर एक छोर से लगातार रन बनाने की जिम्मेदारी उठायी लेकिन वह भी 75 के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट गए। अंत में ग्लेन मैक्सवेल ने जरूर एगर के साथ मिलकर टीम को मैच में वापस लाने का प्रयास किया लेकिन ऑस्ट्रेलियन पारी 49.3 ओवरों में 289 रन बनाकर सिमट गई।
भारत की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने जहां अपने 10 ओवरों में 51 रन देकर 3 विकेट हासिल किए तो वहीं नटराजन और बुमराह ने भी 2-2 विकेट अपने नाम पर किए। अब दोनों ही टीमों के बीच 4 दिसंबर से 2 मैचों की टी-20 सीरीज खेली जाएगी।