इंडियन टी20 लीग का 13वां सीजन बहुत अलग रहा है, क्योंकि टूर्नामेंट भारत में नहीं खेला जा रहा है, यूएई में भी बिना दर्शकों के मैच खेले जा रहे हैं और इस सीजन की सबसे चैंकाने वाली बात यह रही है कि, लीग की सबसे दिग्गज और लोकप्रिय टीम चेन्नई इस बार प्ले ऑफ तक का भी सफर नहीं तय कर पाई। ऐसा लीग के इतिहास में पहली बार हुआ है जब चेन्नई ने प्ले ऑफ में जगह नहीं बनाई है।
प्ले ऑफ में जाने के लिए अभी भी जद्दोजहद जारी है और चेन्नई इस प्रतिस्पर्धा में सबसे पहले बाहर हो गई। वहीं रविवार को खेले गए दो मुकाबलों में बैंगलोर और मुंबई के पास प्ले ऑफ में अपना स्थान पक्का करने का मौका था। लेकिन पहले मुकाबले में बैंगलोर को चेन्नई ने हराया और दूसरे मुकाबले में मुंबई को राजस्थान ने मात दे दी और प्ले ऑफ की रेस को और भी ज्यादा रोमांचक बना दिया। लेकिन राजस्थान की जीत के साथ ही चेन्नई की प्ले ऑफ में पहुंचने की उम्मीदों को भी विराम लग गया, अब चेन्नई के लिए आगे के बचे हुए मुकाबले केवल औपचारिकता भर होंगे, जिनमें चेन्नई चाहेगी कि वे अपने सफर का अंत जीत के साथ करें।
राजस्थान की टीम हालांकि 10 अंकों के साथ छठे स्थान पर है। वह 14 अंक अर्जित करने के साथ अब भी प्लेऑफ में पहुंच सकती है। राजस्थान टीम के दो मैच शेष हैं और अगर वह बाकी दोनों जीत लेती है तो अंतिम चार में पहुंचने की उसकी उम्मीदें कायम रहेगी। बेन स्टोक्स की सेंचुरी की बदौलत राजस्थान की टीम ने हालांकि अपने प्लेऑफ की उम्मीदों को जिंदा रखा है। लेकिन अब भी उसके प्लेऑफ का स्थान कोलकाता, पंजाब और हैदराबाद के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। राजस्थान के बाकी दो बचे मैच पंजाब और कोलकाता के साथ हैं।
पंजाब पांचवें और कोलकाता चौथे स्थान पर है। कोलकाता की टीम के तीन मैच बाकी हैं और उनके कुल 12 अंक हैं। प्लेऑफ का स्थान सुनिश्चित करने के लिए कोलकाता के लिए बेहतर होगा कि वह तीनों मैच जीते। सोमवार को पंजाब और कोलकाता के बीच मुकाबला है। अगर पंजाब कोलकाता को हरा देती है और इसके बाद दोनों टीमें अपने अगले दोनों मैच हार जाती हैं तो राजस्थान रॉयल्स अपने बाकी दो मैच जीतकर प्लेऑफ के लिए क्वॉलिफाई कर सकती है। क्योंकि जब राजस्थान के कुल 14 अंक हो जाएंगे तथा पंजाब और कोलकाता के 12-12 अंक होंगे।
हैदराबाद की बात की जाए, तो उनके 11 मैचों में 8 अंक हैं। उनके लिए राह थोड़ी मुश्किल है। हैदराबाद के बाकी बचे तीनों मैच टेबल में शीर्ष पर कायम तीन टीमों से हैं। हैदराबाद को यह तीनों मैच अच्छे अंतर से जीतने पड़ेंगे ताकि रनरेट के आधार पर उनके लिए उम्मीदें कायम रहे। अगर हैदराबाद या पंजाब के 14 अंक हो जाते हैं तो राजस्थान के लिए चांस बहुत कम हो जाएंगे। राजस्थान का नेट रनरेट -0.505 है और प्लेऑफ में शामिल बाकी टीमों से खराब है। हालांकि राजस्थान मुकाबला सिर्फ कोलकाता (0.476) से चौथे स्थान के लिए है।
शीर्ष 3 में शामिल सभी टीमों- मुंबई, दिल्ली और बैंगलोर के 14-14 अंक हैं और प्लेऑफ की जगह पक्की करने के लिए उन्हें सिर्फ एक जीत की दरकार है। हालांकि उसके बिना भी वे अंतिम चार में पहुंच सकती हैं लेकिन कोई टीम ऐसा खतरा नहीं लेना चाहेंगी।
राजस्थान के शेष मुकाबले
30 अक्टूबर- बनाम पंजाब
1 नवंबर- बनाम कोलकाता
हैदराबाद के शेष मुकाबले
27 अक्टूबर- बनाम दिल्ली
31 अक्टूबर- बनाम बैंगलोर
03 नवंबर- बनाम मुंबई
कोलकाता के शेष मुकाबले
26 अक्टूबर- बनाम पंजाब
29 अक्टूबर- बनाम चेन्नई
1 नवंबर- बनाम राजस्थान
पंजाब के शेष मुकाबले
26 अक्टूबर- बनाम कोलकाता
30 अक्टूबर- बनाम राजस्थान
1 नवंबर- बनाम चेन्नई