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इंडियन टी-20 लीग: यूएई में सुरक्षा के लिहाज से खिलाड़ियों को करना होगा इन नियमों का पालन

जैसा की हम सभी को पता है कि इंडियन टी-20 लीग का आयोजन इस बार 19 सितंबर से लेकर 10 नवंबर तक यूएई में किया जाएगा। कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए बीसीसीआई ने इस लीग को भारत में ना करवाकर यूएई में आयोजित करने का फैसला किया है क्योंकि भारत में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। यूएई में इस पर काफी हद तक नियंत्रण पा लिया गया है, इसलिए लीग के 13वें सीजन का आयोजन अब दुबई, अबू धाबी और शारजाह के मैदानों पर होगा। लेकिन इस बार इंडियन टी-20 लीग में बहुत सारे बदलाव देखने को मिलेंगे और ये बदलाव खिलाड़ियों एवं लीग से जुड़े तमाम लोगों की सुरक्षा के लिए किए गए हैं, जिनका सभी लोगों को पालन करना होगा। 

आइए जानते हैं वे कौनसे नियम होंगे जिनका पालन यूएई में होने वाली इस लीग में भाग लेने जा रहे खिलाड़ियों और स्टाफ मेंबर्स को करना होगा-

  • यूएई पहुंचने पर सभी खिलाड़ियों एवं सपोर्ट स्टाफ को बायो सिक्योर बबल में रखा जाएगा और कोई भी खिलाड़ी केवल कोई जरूरी मेडिकल सेवा लेने के लिए ही इस बायो सिक्योर बबल से बाहर जा सकते हैं। यदि किसी खिलाड़ी को प्रैक्टिस या मैच के दौरान चोट लग गई है तो, ऐसी स्थिति में ही खिलाड़ी या सपोर्ट स्टाफ बायो बबल सेट अप के बाहर जा सकता है।
  • सभी फ्रैंचाइजी टीमों को एक डॉक्टर नियुक्त करना होगा, जिसका दायित्व ये जांच करने का होगा कि बायो सिक्योर सेट अप में जिन दिशानिर्देशों का पालन करना जरूरी है, खिलाड़ी या स्टाफ मेंबर्स वास्तव में उसका पालन कर रहे हैं या नहीं।
  • फ्रैंचाइजी टीमों को हिदायत दी गई है कि वे 1 मार्च से खिलाड़ियो की मेडिकल और ट्रैवल हिस्ट्री का ब्यौरा अपने पास रखे। इसकी जानकारी देने के लिए एक ऑनलाइन फॉर्म खिलाड़ियों को भरना होगा।
  • खिलाड़ियो को चार्टर्ड प्लेन से यूएई पहुंचाया जाएगा और फ्लाइट के अंदर भी सभी सदस्यों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा।
  • खिलाड़ी व स्टाफ मेंबर्स तभी फ्लाइट में बोर्ड कर सकते हैं, जब यूएई रवाना होने से 96 घंटे पहले उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आए। यूएई पहुंचने पर भी एयरपोर्ट पर खिलाड़ियों व अन्य सदस्यों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा।
  • होटल में पहुंचने के बाद सभी खिलाड़ियों को क्वारेंटीन किया जाएगा और पहले, तीसरे और छठे दिन फिर से खिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा और इसके बाद अगर वे नेगेटिव पाए जाते हैं, तो होटल के अंदर खिलाड़ी एक दूसरे के साथ मिल सकते हैं और अभ्यास शुरू कर सकते हैं।
  • जिन होटलों में खिलाड़ियों को ठहराया जाएगा उन्हें हिदायत दी गई है कि, होटल अपने सेंट्रल एयर कंडीशनिंग सिस्टम को खिलाड़ियों के एयर कंडीशनिंग सिस्टम से अलग रखे।
  • मैदान के अंदर ड्रेसिंग रूम में स्केलिन हाइपरचार्ज कोरोना कैनन नाम के एक उपकरण का इस्तेमाल किया जाएगा। यह उपकरण कोरोना वायरस को बंद कमरे के अंदर 99.9 फीसदी तक खत्म करने की क्षमता रखता है।
  • मैच या प्रैक्टिस के लिए जाते वक्त बस में खिलाड़ी सिर्फ विंडो सीट पर ही बैठेंगे ताकि सोशल डिस्टेसिंग का पालन किया जा सके।
  • सभी खिलाड़ियों एवं सदस्यों को होटल या स्टेडियम के स्विमिंग पूल में ना जाने की हिदायत दी गई है।
  • एनर्जी ड्रिंक की बोतलों और तौलियों पर खिलाड़ियों का नाम लिखा होगा, ताकि मैच या फिर प्रैक्टिस के दौरान एक दूसरे की बोतलें और तौलिए का इस्तेमाल खिलाड़ी गलती से न करें।
  • मैच में टाॅस के बाद हाथ मिलना मना होगा।
  • लीग की फ्रैंचाइजी टीमों के साथ जुड़े सदस्यों को यह कह दिया गया है कि ट्रिपल लेयर मास्क का ही इस्तेमाल करें।
  • अगर कोई भी खिलाड़ी या सपोर्ट स्टाफ नियमों को तोड़ता हुआ पाया जाता है तो लीग के कोड ऑफ कंडक्ट के मुताबिक उन पर पेनल्टी या फिर बैन भी लगाया जा सकता है।

ashishsaini
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